धरती आबा अभियान से जनजातीय क्षेत्रों में पहुँच रही शासन की योजनाएं

कपिलदेवपुर, भरूहीबांस, गोपालपुर एवं टाटीआथर में लाभ संतृप्त शिविर का आयोजन
बलरामपुर, 19 जून 2025। जनजातीय समुदाय के समग्र विकास और कल्याण को लेकर राज्य शासन द्वारा चलाया जा रहा धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष अभियान अब ज़मीनी स्तर पर असर दिखाने लगा है। इस अभियान के तहत बलरामपुर जिले के सुदूर अंचलों में शासन की योजनाओं और सेवाओं को सीधे ग्रामीणों तक पहुँचाया जा रहा है।

कलेक्टर राजेन्द्र कटारा के निर्देशन और जिला पंचायत सीईओ नयनतारा सिंह तोमर के मार्गदर्शन में गुरुवार को जिले के विभिन्न विकासखण्डों में लाभ संतृप्ति शिविरों का आयोजन किया गया। ये शिविर विकासखण्ड राजपुर के हाई स्कूल गोपालपुर, विकासखण्ड रामचंद्रपुर के टाटीआथर माध्यमिक शाला, बलरामपुर के कपिलदेवपुर पंचायत भवन और वाड्रफनगर के प्राथमिक शाला भरूहीबांस में आयोजित किए गए।

इन शिविरों में आदिवासी परिवारों को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ एक ही स्थान पर दिया गया। इनमें मुख्य रूप से आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम किसान सम्मान निधि, जनधन खाता, बीमा योजनाएं, वृद्धा/विधवा/दिव्यांग पेंशन, मुद्रा ऋण, टीकाकरण, नल कनेक्शन, बिजली कनेक्शन और उज्ज्वला योजना शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा मौसमी बीमारियों की जांच, सिकल सेल स्क्रीनिंग, ब्लड प्रेशर और मधुमेह की जांच की गई, साथ ही ज़रूरतमंदों को नि:शुल्क दवाइयाँ भी वितरित की गईं।
विभिन्न विभागों द्वारा योजनाओं की जानकारी देकर पात्र हितग्राहियों को जागरूक भी किया गया।
शिविरों में करवा, गोपालपुर, नवकी, बगाडी, मुरका, सिंगचौरा, कुर्लूडीह, तालकेश्वरपुर, डिंडो, बरेराकला, गिरवरगंज, धनवार, कोगवार, पटेवा, कर्री, बभनी, और चरचरी जैसे गांवों के सैकड़ों ग्रामीणजन शामिल हुए और योजनाओं का लाभ उठाया।
गौरतलब है कि धरती आबा जनभागीदारी अभियान के तहत 30 जून 2025 तक पूरे जिले में चरणबद्ध और क्लस्टरवार शिविरों का आयोजन किया जाएगा, ताकि अंतिम व्यक्ति तक शासन की कल्याणकारी योजनाएं पहुंचाई जा सकें।
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