बलरामपुर – जिले के सभी हिस्सों में विश्व आदिवासी दिवस की धूम रहने वाली है। जहां सारा विश्व 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाएगा वही जिले के कोने कोने में अब यह उत्सव राष्ट्रीय पर्व की तरह मनाते हुए देखा गया है और आज भी यही दिखाई देने वाला है।
दरअसल जिस कदर राष्ट्रीय पर्व पर मंच संचालन होते हैं प्रभात फेरिया निकाली जाती है, उसी तरह जिले में रैलियां की जाती है और मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ बुद्धिजीवियों का उद्बोधन होता है। जिले में कई स्तर पर यह उत्सव मनाया जाता है।
वही जिले के विकासखंड वाड्रफनगर में हाई स्कूल मैदान पर कई वर्षों से यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसे लेकर बैठक भी की गई और हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी इस कार्यक्रम को मनाया जाएगा हालांकि विकासखंड स्तरीय यह कार्यक्रम होने के बावजूद विकासखंड के कई जगहों पर अलग-अलग कार्यक्रम रखा गया है। बताया जा रहा है कि इस वर्ष रघुनाथनगर में भी इसका आयोजन किया गया है। वही बीते वर्ष से बसंतपुर में भी कार्यक्रम रखा गया था और इस वर्ष भी यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। हालांकि विकासखंड में अलग कार्यक्रम आयोजित करने की मंशा समझ से परे है उसे विखंडन की नजर से देखा जाए या एकजुटता के नए प्रयास के रूप में। इस पर तो समाज के बुद्धिजीवी ही अपने प्रतिक्रिया दे सकते हैं।