नगर के विकास में है इनकी भागीदार, पर नगर के व्यवस्था खराब करने में इन्हें गिना जाता है ( ऑटो चालक )
रामानुजगंज – नगर के विकास के साथ आबादी भी बढ़ती है और आबादी बढ़ी तो यातायात व्यवस्था भी सुगम होनी चाहिए। यातायात के संसाधनों में नगर हो या शहर ऑटो जरूर दिखेगा।
इसका कारण है गरीब व मध्यम वर्गीय परिवार जो इसका इस्तेमाल किया करते हैं। वही एक गरीब ऑटो वाले का परिवार पलता हैं।
दरअसल हम बात कर रहे हैं रामानुजगंज के लरंग साय चौक की जहाँ पर ऑटो खड़ी करने में ऑटो चालको को दिक्कत आ रही हैं। उनका कहना है कि वर्तमान में शॉपिग काम्प्लेक्स के बनने के बाद उसमें होटल खुल गया है अब उन्हें अपना ऑटो खड़ी करने में दिक्कत आ रही हैं। इस बात को लेकर ऑटो चालको ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने अस्थायी रूप से यातायात चौकी के समीप ऑटो खड़ी करने की मांग की है व आने वाले दिनों में एक स्थायी समाधान भी उसी स्थान पर मांगी है।
ऑटो रिक्शा राज्य के सभी हिस्सों में प्रायः दिखाई देंगे वही जिले के कई हिस्सों में चल रहे हैं पर इनके समस्याओं का कोई निदान नही है परिवहन विभाग के द्वारा इनका कोई स्थायी परमिट नही है इनके सुविधा अनुसार स्थाई ऑटो स्टेण्ड नही है ऑटो चालको का परिवहन विभाग द्वारा यातायात नियमों व उनके हित के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था नही है। नगर के विकास में इनकी भागेदारी तो जरूर है पर नगर की व्यवस्था बिगड़ने में इन्हें गिना जाता है।