बलरामपुर – जिले के वाड्रफनगर विद्युत सब स्टेशन से विद्युत प्रवाह में 22 गाँवो में समस्या बनी हुई हैं जिसमे 5 गाँव बिल्कुल अंधेरे में हैं,वजह हैं आकाशी बिजली।
दरअसल बलरामपुर जिला प्रकृति आपदाओं से सुरक्षित नजर आता हैं पहाड़ी इलाका होने की वजह से भारी बारिश में नदियाँ उफान पर रहती हैं लेकिन गाँव शहर नही डूबते हैं यहाँ पर भूकंप से हल्के फुल्के झटके कभी कभार महसूस किए जाते हैं। लेकिन भूकंप से तबाही आज तक नही मची हैं। जिले में प्रकृति आपदा में केवल आकाशी बिजली प्रमुख हैं यहाँ आकाशी बजली से अधिकांश मौत होती हैं और जन हानि भी।
फिलहाल आकाशीय बिजली के विद्युत विभाग परेशान हैं 5 गाँव अँधेरे में बीते कई हप्तों से व्यतीत कर रहे हैं जिसमे मरमा, अनिरुद्धपुर, धनजरा, नवगई, कोल्हुआ बताया जा रहा है। कोल्हुआ में बीते कई सप्ताह से 200 घरों की बिजली गुल हैं और इस ओर हाथियों का आना जाना लगा हुआ है बाकी 17 गाँव में समस्या बनी हुई हैं या पर एक ट्रांसफार्मर में गड़बड़ी के कारण कुछ फेस में लाईट नही हैं जिसे विद्युत विभाग किसी तरह काम चला रही हैं।
इन सभी 22 गाँव मे आकाशी बिजली के कारण ही ट्रांसफार्मर खराब है वही विद्युत विभाग के पास ट्रांसफार्मर नही है ट्रांसफार्मर आता हैं तो शिकायत के अनुसार लगाया जाता हैं।
हमे आपको बिजली विभाग की तैयारी बरसात के पहले तो दिखाई दे देंगे लेकिन आपात स्थिति के लिए ट्रांसफार्मर नही रखा जाता हैं इतने बड़े क्षेत्र के लिए कम से कम 10 ट्रांसफार्मर यहाँ अनिवार्य रूप से रखा जाना चाहिए। यही वजह है कि बीते कई हप्तों से 5 गाँव अंधेरे में है।