बलरामपुर

जिला स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस 2023 शिक्षकों की विज्ञान कार्यशाला संपन्न


बलरामपुर -जिला स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस 2023 शिक्षकों की विज्ञान कार्यशाला स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय बलरामपुर में जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर.एल. पटेल एवं सहायक संचालक शिक्षा श्रीमती आशा रानी टोप्पो की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। कार्यशाला में मुख्य विषय छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद रायपुर द्वारा निर्धारित थीम, स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारितंत्र को समझना पर आधारित पांच उप विषय में केंद्रित रहा। इस कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों में प्राकृतिक नैसर्गिंक जिज्ञासा एवं सृजनात्मकता विकसित करने हेतु मंच प्रदान करना है। तथा 10 से 17 वर्ष के बच्चों को राष्ट्र के भविष्य के प्रति सार्थक सपना संजोने व उन्हें साकार करने के लिए प्रोत्साहित कर एक ऐसी पीढ़ी का निर्माण करने से है जो समाज और राष्ट्र के प्रति संवेदनशील एवं उत्तरदायित्व हो सके। इस कार्यशाला में जिले के विभिन्न विद्यालयों से कुल 77 विज्ञान शिक्षक उपस्थित हुए।


कार्यशाला में उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी आर.एल. पटेल ने सभी विज्ञान शिक्षकों को मिशन चंद्रयान-3 की सफलता की बधाई दी। उन्होंने कहा कि बच्चों के प्रतिभाओं को निखारने में विज्ञान शिक्षकों की अहम भूमिका होती है। इसलिए आप सभी शिक्षक कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त कर बच्चों में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा उत्पन्न कर समाज और राष्ट्र के प्रति संवेदनशील बनाएं। शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर के प्रोफेसर एन.के. सिंह ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों में वैज्ञानिक चेतना विकसित करने का बाल विज्ञान कांग्रेस सशक्त माध्यम है। इससे नई आविष्कार को दिशा मिलेगा। शासकीय कन्या महाविद्यालय बलरामपुर के प्रोफेसर वैभव कुमार ने अपने प्रेरणा स्त्रोत उद्बोधन में जानकारी दी कि हम अपने पारिस्थितिकी तंत्र को किस प्रकार रिस्टोर कर सकते हैं, वह हमारे पर्यावरण के लिए कितना महत्व है। इसके लिए बच्चों में जन जागरूकता लाना अत्यंत आवश्यक है ताकि वह भविष्य में संवेदनशील होकर स्थानीय परिवेश में वैज्ञानिक विधि में समस्याओं का समाधान निकाल सकें। स्त्रोत शिक्षक व्याख्याता श्रीमती राजदीप साहू, व्याख्याता श्रीमती इंदु मिंज बलरामपुर, व्याख्याता श्रीमती आयलीन बेक जरहाडीह, व्याख्याता श्री अभिषेक प्रजापति राजपुर द्वारा सभी थीम पर प्रोजेक्ट, आईडिया, लॉग बुक, सर्वे रिपोर्ट, चार्ट तथा प्रोजेक्ट के विभिन्न बिंदुओं पर बारीकी से जानकारी प्रदान किया गया।
मुख्य व उप विषय पर होगी प्रतियोगिताएं
वर्ष 2023 के लिए इस प्रतियोगिता का मुख्य विषय स्वास्थ्य और कल्याण के लिए परितंत्र को समझना है एवं इसका उप विषय अपने परितंत्र को जानना, स्वास्थ्य पोषण और कल्याण को बढ़ावा देना, परितंत्र और स्वास्थय के लिए सामाजिक और सांस्कृतिक प्रथाएं, आत्मनिर्भरता के लिए परितंत्र आधारित दृष्टिकोण, परितंत्र और स्वास्थ्य के लिए तकनीकी नवाचार।


दो वर्गों में प्रतियोगिता का आयोजन
यह प्रतियोगित दो वर्गों में आयोजित किया जाएगा। जूनियर वर्ग (आयु सीमा 10 से 14 वर्ष) सीनियर वर्ग (14 से 17 वर्ष) आयु की गणना 31 दिसम्बर 2023 की स्थिति में किया जावेगा।
जिला स्तरीय प्रस्तुतिकरण माह अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में प्रस्तावित है।


वैज्ञानिक समाधान के विभिन्न चरण
प्रोजेक्ट निर्माण में वैज्ञानिक विधि से समस्याओं के समाधान में निम्न चरण इस प्रकार है- परियोजना, शीर्षक, प्रस्तावना, समस्या चुनने का कारण, परिकल्पना, उद्देश्य, कार्य योजना, कार्यविधि, सर्वेक्षण/प्रयोग, अवलोकन, निष्कर्ष या परिणाम, भविष्य की योजना।
गौरतलब है कि जिला समन्वयक श्री रविशंकर श्रीवास के नेतृत्व में जिला में बाल विज्ञान कार्यक्रम विज्ञान शिक्षकों की सक्रिय सहयोग से सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है एवं ग्रामीण अंचल के छात्र-छात्राओं को विज्ञान की क्षेत्र में आगे बढ़ने का सुनहरा अवसर मिल रहा है। जिला शैक्षणिक श्री सुवीर रवि ने जानकारी दी कि जिला स्तरीय प्रस्तुतीकरण अक्टूबर के द्वितीय सप्ताह में प्रस्तावित है एवं सभी अतिथिगण एवं विज्ञान शिक्षकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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