

बलरामपुर – अज्ञात वाहन की चपेट में फिर आया जंगली जानवर सड़क किनारे मृत अवस्था में पाया गया। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी एक बेजुबान जंगली जानवर की मौत वाहन की चपेट में आने से हुई है।
हमारे बलरामपुर जिले की खूबसूरती जंगल पहाड़ और नदियाँ हैं जिनका श्रृंगार उनमे रहने वाले जँगली जानवर हैं आसपास के पड़ोसी राज्यों में जो जिला हमारे जिले को छूती हैं उनमें भी ऐसे नव व नव प्राणी नही है। लेकिन हर वर्ष अज्ञात वाहन की चपेट में आ कर कोई न कोई जानवर मृत पाया जाता हैं। इस जिले को एक विशेष दर्जा और पैकेज की आवश्यकता हमे महसूस होता है इसके लिए केंद्र व राज्य दोनों को मिल कर पहल करनी पड़ेगी।
दरअसल सुबह वन परिक्षेत्र कदौरा में आने वाले एन एच 343 मार्ग के दलधोवा घाट के समीप राहगीरों ने एक जँगली चीतल को मृत अवस्था में पड़ा हुआ पाया और वन विभाग को इसकी सूचना दी गई। घटना स्थल में जब वन विभाग की टीम पहुँची तो प्रथम दृष्टया यह पाया कि उसकी मौत सम्भतः अज्ञात वाहन की चपेट में आने से हुई होगी।

फिलहाल वन विभाग की टीम मृत चीतल का पोस्टमार्टम कराने की तैयारी कर लिए हैं और पोस्टमार्टम उपरांत उसके शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इस क्षेत्र में इनके आजाद जीने की संभावनाएं अत्यधिक हैं वनों के बाहर फ्रेंसिंग बाउंडरी बनानी चाहिए और पहाड़ो के निचे सुरँग बना सड़को को निकाल देना चाहिए ताकि पहाड़ो व जंगलो में ऐ जानवर आजादी के साथ विचरण करते रहे। ऐसी पहल से इनकी संख्या भी बढ़ेगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। और राष्ट्रीय स्तर पर भी देश की गरिमा बढ़ेगी।