बलरामपुर

कल हुवे बजरंग दल के विरोध प्रदर्शन में अब नया मोड़..

बलरामपुर – जिला मुख्यालय में बीते कल बजरंग दल के द्वारा पुलिस कार्यवाही में सवालिया निशान लगते हुवे चक्का जाम से लेकर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम का पुतला दहन तक कर दिया गया था अब उसमें एक नया मोड़ आ गया है बजरंग दल के जिला संयोजक साराँश केशरी उर्फ जस्सू केसरी ने अपने लेटर पेड़ में एक लिखित बयान जारी किया है।

मैं साराँश केशरी(जस्सू केसरी) बजरंग दल जिला बलरामपुर का संयोजक हूं, हमारे बलरामपुर शहर के सह संयोजक सुजीत स्वर्णकार की संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या हुई है जिसके जांच जो पुलिस द्वारा किया जा रहा है उससे हम संतुष्ट नहीं थे, इस वजह से उचित न्याय के लिए लगातार आंदोलन किया जा रहा है हम लोगों ने 72 घंटे का शासन को अल्टीमेटम दिया था उसके 72 घंटे पूर्ण होने पर पूरे जिले से बजरंग दल एवं विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं तथा समाज के लोगों की उपस्थिति में शांतिपूर्ण ढंग से नगर बंद करके धरना प्रदर्शन किया जा रहा था ।
इसी समय हमारे प्रदेश के वरिष्ठ नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव जी का बलरामपुर आगमन हुआ और उनके साथ हम सभी प्रमुख कार्यकर्ता भी सुजीत की हत्या के स्थल पर गए हुए थे और इसी बीच हमें जानकारी मिली कि हमारे सूरजपुर से बजरंग दल से जुड़े कार्यकर्ता जो आए हुए थे उन लोगों एवम कुछ संदिग्ध लोगों के द्वारा एक पुतले का प्रतिरूप बनाकर उसका दहन कर दिया गया और उसमें उन्होंने प्रशाषन के जगह राम विचार नेताम जी का पोस्टर चस्पा कर दिया था एवं उनसे संबंधित गलत नारे भी लगाए गए थे।
जैसे ही हमें इस बात की जानकारी मिली हम लोगों ने इस चीज का तत्काल विरोध उन युवाओं से किया जो कि आंदोलन के स्वरूप को बिगड़ने का प्रयास कर रहे थे साथ ही हम लोगों ने प्रांतीय पदाधिकारी से भी पुतला दहन के कार्यक्रम के दौरान हुए नारेबाजी एवं माननीय नेताम जी के पुतला दहन का विरोध करके हम लोगों ने अपना आक्रोश व्यक्त किया था निश्चित रूप से इस घटना से या इस कार्य से हमारे आंदोलन को धक्का लगा है हमारे आंदोलन की दिशा भ्रमित हुई है और इसमें हमारे क्षेत्र से बाहर के लोग जो यहां आए थे उन लोगों के द्वारा यह कृत किया गया हम इस पूरे कार्यवाही में कहीं भी उनके साथ नहीं थे हमारे बजरंग दल का कोई भी स्थानीय कार्यकर्ता या पदाधिकारी इस पुतला दहन में सम्मिलित नहीं है हम माननीय रामविचार नेताम जी के इस पुतला दहन का घोर भर्त्सना करते हैं।
माननीय रामविचार नेताम जी नियमित रूप से पीड़ित परिवारों के परिजनों से और हम पदाधिकारी तथा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के निरंतर संपर्क में रहकर दोषियों के शीघ्र गिरफ्तारी के साथ-साथ सही जांच किए जाने के लिए चर्चा करते रहे,। नेताम जी ने पूरी जिम्मेदारी से अपने कर्तव्य एवं जिम्मेदारियां का निर्वहन किया है।
हम सुजीत के हत्याकांड में पुलिस द्वारा किए गए खुलासे से सहमत नहीं है और हम चाहते हैं कि इस पूरे मामले का विधिवत सीबीआई, सीआईडी या और कोई अन्य उच्च स्तरीय फॉरेंसिक सिस्टम से जांच कराई जाए ताकि इस मामले में संलिप्त साजिशकर्ता और अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जा सके ताकि सुजीत को पूर्ण न्याय मिल सके अंत में मैं पुनः यह कहूंगा कि आंदोलन के दौरान बलरामपुर में हुए माननीय रामविचार नेताम जी के पुतला दहन से हम सभी दुखी और व्यथित हैं इस पुतला दहन में संलिप्तगैर जिम्मेदार कार्यकर्ताओ एवं बाहर से आए हुए जो पदाधिकारी थे उन्हें हम संगठन से उचित कार्यवाही करने किए जाने की मांग करते हैं क्योंकि उनके इस अविवेकपूर्ण कार्य से हमारे आंदोलन को काफी धक्का लगा है मैं पुनःसभी बलरामपुर नगरवासियो एवं जिले वासियों से क्षमा प्रार्थी हूं कि हमारे कुछ कार्यकर्ताओं के गतिविधियों से आप सभी को असुविधा एवं तकलीफ पहुंची है।

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