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परिजनो ने लगाया प्रबन्ध पर लापरवाही का आरोप छात्रावास से बच्ची ग़ायब…

रामानुजगंज– ग्राम पंचायत मितगई के रतु सिंह की बेटी मनीता कुमारी सरुता अंबिकापुर के उर्सु लाइन स्कूल के हॉस्टल में रहकर कक्षा नवमी में पढ़ाई करती थी गुरुवार को वह सुबह 4.30 हॉस्टल से गायब हुई जिसका अब तक पता नहीं चल सका है। मनीता के पिता के द्वारा अंबिकापुर गांधीनगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है परंतु मनीता का अब तक पता नहीं चलने से स्वजनों का रो रो कर बुरा हाल है।


मनीता के पिता रतु सिंह ने बताया कि गुरुवार की सुबह हॉस्टल से 4:30 बजे निकलने की बात हॉस्टल प्रबंधक के द्वारा बताई गई है जिसकी सूचना मुझे हॉस्टल की ओर से शाम को 5 बजे दिया गया। इस बीच दिन में 10:00 बजे मेरी बेटी का फोन आया उसके द्वारा किसी दूसरे के नंबर पर फोन पे में ₹2000 भेजने के लिए कहा गया मैं ₹2000 भेज दिया मुझे बेटी ने कहा कि मैं अंबिकापुर स्कूल में ही हूं जिसके बाद मैं निश्चित था परंतु शाम को 5:00 बजे जब फोन आया तो हम लोगों को पता चला कि वह तो सुबह 4:30 बजे से ही छात्रावास से गायब है। बेटी के गायब होने की सूचना पर मैं तुरंत रामानुजगंज थाने पहुंचा जहां से मुझे अंबिकापुर गांधीनगर थाने में जाने के लिए कहा गया तो मैंने गांधीनगर थाने जाकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

बिलासपुर तक पहुंचने की हुई पुष्टि मनिता के द्वारा दूसरे के फोन पे पर ₹2000 डलवाया गया जब मनीता का खोजबीन होने लगा तो जिस नंबर पर पैसा डाला गया था उस नंबर पर जब बात हुआ तो पता चला कि वह नंबर लखनपुर के एक लड़की का है जिसके नंबर पर उसने फोन पे डलवाया था उसने बताया कि वह बिलासपुर में मनीता को ₹2000 निकाल कर दी। जिस लड़की के फोन नंबर पर पैसा डलवाया गया वह बिलासपुर में पढ़ाई करती है।

छात्रावास की बड़ी लापरवाही भी आई सामने छात्रावास का गेट सुबह 7:00 बजे खुलता है परंतु मनीता 4:30 बजे छात्रावास से कैसे निकाली एवं जब प्रबंधन को पता चल गया कि सुबह 4:30 से मनीता नहीं है तो इसकी तत्काल सूचना मनीता के घर में क्यों नहीं दी गई शाम को 5:00 बजे सूचना क्यों दी गई यहां तक की मनीता के पिता ने आरोप लगाया कि 4:30 से गायब होने के बाद दिन भर उनके द्वारा कोई खोज खबर भी नहीं ली गई।

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