
वाड्रफनगर – वन परीक्षेत्र वाड्रफनगर के अंतर्गत आने वाले कैलाशपुर में एक गाय के बछड़े का किसी जंगली जानवर द्वारा शिकार किया गया है और कई लोगों का कहना है, कि टाइगर फिर वापस आ गया हैं। हालांकि वन विभाग अभी इस बात की पुष्टि नही की है कि गाय के बछड़े का शिकार बाघ ने किया है, फिलहाल विभाग के लोग पता लगाने में जुटा है की किस जानवर ने इस गाय के बछड़े का शिकार किया है। और गांव के नजदीक जंगली जानवर के द्वारा पालतू जानवरों का शिकार करने से लोग बाग दहशत में हैं।

दरअसल वन परीक्षेत्र से लगे हुए तमाम गांव वन संपदा से प्राप्त होने वाले उपज पर निर्भर रहते हैं। इनकी साल भर की जमा पूंजी इन्हीं वन संपदा से प्राप्त होता है। जोकि राज्य सरकार भी भली-भांति जानती है। यही वजह है की वन संपदा को लेकर समर्थन मूल्य राज्य सरकार ने तय की है।और इन दिनों जंगल में महुआ चुनने जा रहे हैं। वही आपको बता दें की इस और हाथियों का एक झुंड भी विचरण कर रहा है, वन विभाग लगातार लोगों को इस जंगल में विचरण करने से मना कर रही है क्योंकि हाथी अभी भी यहां मौजूद है। वही अब मांसाहारी किसी बड़े जानवर के इस जंगल में मौजूदगी से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में गांव वालों और जानवरों के बीच संघर्ष होना लाजमी है क्योंकि गांव के लोग सुबह की लाली मां के साथ जंगल किनारे नजर आते हैं और सूरज चढ़ते हैं वे जंगल में प्रवेश कर जाते हैं ,ताकि वे महुआ वगैरा चुन सके और साल भर के लिए अपनी आजीविका का साधन बने महुआ को चुन सकें।
