घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में मोटरसाइकिल व पैदल पहुँचे एस. पी. झारखण्ड पुलिस अधिकारियों से की चर्चा।
बलरामपुर – नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक बलरामपुर डॉ लाल उमेद सिंह का थाना सामरीपाठ अंतर्गत घोर नक्सल प्रभावित छेत्र बंदरचुआं, भूताहीमोड़, पुंदाग, बूढ़ा पहाड़ का प्रथम दौरा किया
यह क्षेत्र घोर नक्सल क्षेत्र में आता हैं और यहाँ की स्थिति घने जंगल, पथरेले रास्ते, उची-उची पहाड़िया नक्सलियों का पनाहगाह बना हुआ था। वही पथरीले रास्तों से होकर मोटर सायकल से नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सेवा दे रहे जवानों को मिठाई खिलाकर उनका उत्साहवर्धन
जिले के बूढा पहाड़ को नक्सलियों का गढ़ कहा जाता हैं, पहाड़ के ऊपर पैदल चलकर पुलिस अधीक्षक पहुचे और, झारखंड के पुलिस अधिकारियों के साथ साझा बैठक कर नक्सल छेत्र के समस्त बिंदुओं पर चर्चा किए, बरसात होने के पूर्व संयुक्त नक्सल अभियानों में तेजी लाने के लिए दिसा निर्देश दिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन प्रशांत कतलम द्वारा नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक बलरामपुर को नक्सल एरिया के प्रत्येक पहलुओं, भौगोलिक परिस्थितियों, नवीन कैंप निर्माण कार्य आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक बलरामपुर डॉ लाल उमेद सिंह द्वारा थाना सामरीपाठ अंतर्गत घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र सबाग, बन्दरचुआ, एवम भुताही मोड़, बूढ़ा पहाड़ एरिया में पहुंच कर भुताही मोड़ में बन रहे पुलिस व सीआरपीएफ ज्वाइंट टास्क फोर्स कैंप का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण उपरांत पुलिस अधीक्षक द्वारा कहा गया कि भुताही मोड़ में पुलिस सीआरपीएफ का जॉइंट टास्क फोर्स कैंप खुलने से नक्सलियों के विरुद्ध चलाये अभियान को और गति मिलेगी। कैंप का निर्माण होने से इस सुदूर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारियों का आवागमन होता रहेगा। जिससे निश्चित ही प्रतिहिंसा से ग्रसित क्षेत्रों में पुलिस गतिविधि को बढ़ाने में मदद मिलेगी तथा सही दिशा में कार्य करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन प्राप्त हो सकेगा। साथ ही पुलिस अधीक्षक द्वारा जवानों को कहा गया कि हम सभी को पूर्ण सजगता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना है, नक्सल छेत्र के ग्रामीणों से मधुर संबंध बनाकर रखने हैं, जिससे किसी प्रकार की कोई अप्रिय स्थिति निर्मित ना हो। नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात जवानों से कहा गया कि आपकी लगन मेहनत सेवा भावना बहुत ही प्रेरणादायक है, हम पर आमजन का विश्वास कम नहीं होना चाहिए इसी उद्देश्य के साथ हमें साथ मिलकर कार्य करना है, निश्चित ही इस क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियां सहित अन्य कारकों से आप सभी परिचित हैं, भुताही सीआरपीएफ कैंप का निर्माण होने से हम निश्चित ही नक्सली गतिविधियों को खत्म करने की ओर अग्रसर होंगे।
पिछले कुछ वर्षों में प्रतिहिंसा की गतिविधियां कम हुई है और हमने शांति स्थापित करने में सफलता पाई है। उन्होंने जवानों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि हमें अपने-अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभाने और एक दूसरे की मदद करते हुए उनका हाथ थामें कहा गया।नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक द्वारा कैंप में तैनात जवानों को मिठाई देकर उनका उत्साहवर्धन भी किया गया।