बलरामपुर -यू तो देश के भीतर शन्ति स्थापित रखने का श्रेय देश के वीर जवानों को जाता हैं। पर आंतरिक मामलों में सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की हो जाती हैं। समय-समय पर पुलिस भी अपना दायित्व निभाने के लिए अनेक प्रकार के तरीके इख्तियार करती रहती हैं। वही देश मे दो मुख्य पर्व नजदीक आ रहे हैं। एक अपने पैगंबर हजरत इमाम हुसैन को याद कर मातमी पर्व मनाते हैं, तो दूसरा कच्चे धागों में प्यार को बांध रिस्तो को मजबूत कर रक्षा करने का ।
इन्ही रस्तो की डोर आज बलरामपुर जिले की पुलिस और राजस्व विभाग ने बंधी हैं। दरअसल यह बंधन की मिठास आज बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर पुलिस चौकी में बंधी गई। आगामी तेव्हार को देखते हुवे वाड्रफनगर पुलिस चौकी प्रभारी आर.एन. पटेल ने पुलिस चौकी में शन्ति समिति की बैठक बुलाई और इस बैठक की अध्यक्षता राजस्व विभाग के वाड्रफनगर तहसीलदार मोइनुद्दीन खान ने की इस दौरान हिन्दू, मुस्लिम दोनो समुदाय के वरिष्ठ जन यहाँ मौजूद थे। आप को बता दे की आने वाले दिनों के 29 तारीख को मुस्लिम समुदाय के लोगो का मातमी पर्व मोहर्रम जुलूस ताजिया निकलेगा और आगामी 30 अगस्त की तारीख़ को हिन्दू समुदाय के लोगों का बहुत प्यारा तेव्हार रक्षाबंधन आने वाला है। और इसे लेकर पुलिस ने हिन्दू-मुसलमान के बीच सुरक्षा की बागडोर लिए राजस्व अधिकारी के अध्यक्षता में दोनों समुदायों से चर्चा की गई। जिस पर दोनों समुदायों के लोगो ने कहा कि हम आगे जैसे एकता के साथ बिताए हैं, वैसे ही आगे भी आपसी सौहार्द की साथ बीतेगा पर पुलिस व प्रशासन की मौजूदगी भी अनिवार्य रहती हैं। ताकि असमाजिक तत्वों के एक चिंगारी इस एकता के रिश्ते को तोड़ ना दे। देश और अब राज्य मे ऐसे उदाहरण मौजूद हो गए है। जिससे एकता पर भरोसा रखने वालों की भरोसा पहले धरासाई हो जाता है।