बलरामपुर के रामलाल लहरे को कृषि मंत्रालय भारत सरकार से राज्य के पारंपरिक किस्मों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए आमंत्रित किया गया.



बलरामपुर – जिले के वाड्रफनगर ब्लाक क्षेत्र के रामलाल लहरे को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से सम्मानित कृषि क्षेत्र के कृषि मंत्रायल भारत सरकार ने ग्लोबल सिंपोजियम कार्यक्रम में बुलाकर देश व राज्य के पारंपरिक किस्मों के संरक्षण एवं संवर्धन करने के लिए सुझाव मांगा गया था।

जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य में विलुप्त हो रही प्रजातियों के पौधा व किस्म और कृषक अधिकार संरक्षण प्राधिकरण में शीघ्र पंजीयन कर मान्यता देने, इस क्षेत्र में कार्य करने वाले छात्र–छात्राओं व किसानों को इंसेंटिव, स्कॉलरशिप तथा फेलोशिप प्रदान करने तथा संरक्षित कृषि उत्पादों का प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना में भारत सरकार से आर्थिक मदद करने का सुझाव दिया गया है।

जिसे कृषि मंत्रालय ने जरूरी मानते हुए आश्यक नीति बनाने की बात कही है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ सरकार के संयुक्त निदेशक कृषि कपिलदेव, इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय रायपुर के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ0 दीपक शर्मा, सहायक आयुक्त डॉ0 चंदेर मोहन तथा संयुक्त सचिव पंकज यादव, कृषि मंत्रालय, भारत सरकार सहित कृषि वैज्ञानिक तथा अतिथिगण उपस्थित रहे।