
वाड्रफनगर – एक न्यूज एजेंसी के अनुसार चाँद के नीचे लटक रहे तारे का वैज्ञानिक दृष्टि कोण सामने आया है। वैज्ञानिकों ने बताया कि यह नजारा कभी-कभी दिखता है। यह शुक्र ग्रह पर ग्रहण की एक खगोलीय घटना है।
दरअसल यह ग्रहण जैसी एक घटना है। इस दौरान पृथ्वी, चन्द्रमा और शुक्र ग्रह एक सीध में आ जाते हैं। अपनी कक्षा में घूमते शुक्र जब चंद्रमा और पृथ्वी के सामने आता है तो कुछ देर के लिए यह चंद्रमा के नीचे दिखाई देता है जैसे किसी ने इसे लटका दिया हो।
बीएचयू के भौतिक विभाग के डॉ. अभय कुमार सिंह ने बताया कि यह घटना वर्षों में एक बार होती है। काशी के युवा खगोलशास्त्री वेदांत पांडेय ने बताया कि चांद के नीचे शुक्र ग्रह इससे पहले 2020 में देखा गया था। यह नजारा अब 2035 में दिखाई देगा।
