बलरामपुर

आर्थिक तंगी से जूझ रहे आत्मसमर्पण किए नक्सली को पुलिस अधीक्षक ने पहुंचाई मदद

बलरामपुर – जिले के चलगली थाना अंतर्गत आत्मसमर्पण नक्सली सीताराम सोनवानी के सामने आर्थिक स्थिति खराब होने के साथ उनके बच्चो को पढ़ाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था इस वजह से बच्चों का स्कूल में एडमिशन नहीं हो रहा था। मामले की जानकारी लगते ही पुलिस अधीक्षक ने संज्ञान लिया आत्मसमर्पण नक्सली के दोनों बच्चों के साथ उसकी पत्नी को भी पढ़ाने का जिम्मा लिया। इतना ही शासन की तरफ से मिलने वाली योजनाओं का लाभ दिलाने का भरोसा दिलाया।

        दअरसल आत्मसमर्पण नक्सली सीताराम ने बताया कि वह वर्ष 1999 नक्सली गतिविधियों से जुड़े थे तब से लेकर लगातार वा उस गतिविधियों में शामिल रहे 26 फरवरी 2021 को उन्होंने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण के बाद शासन के तरफ से मिलने वाली योजनाओं का लाभ भी उन्हें नहीं मिल पाया जिसकी वजह से उनके सामने आर्थिक स्थिति खराब हो गई वहीं इसी वजह से उनके बच्चों का एडमिशन नहीं हो रहा था मामले की जानकारी लगते ही बलरामपुर पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेद सिंह ने आत्मसमर्पण नक्सली से मुलाकात की और उसके वास्तविक स्थिति को जाना जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने तत्काल उनके दोनों बच्चों को स्कूल में एडमिशन कराया साथ ही साथ उनके आगे तक की पढ़ाई कराने का जिम्मा उठाया इतना ही नहीं नक्सली की पत्नी ने भी पढ़ने इच्छा जाहिर की जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने उसकी पत्नी को भी कक्षा दसवीं में दाखिल कराया वही बच्चों और पत्नी को पाठ्यपुस्तक के साथ-साथ ड्रेस जूता उपलब्ध कराया गया इसके साथ ही आगे की पढ़ाई के लिए भी हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शासन से मिलने वाले लाभ के लिए टीम गठित कर कार्यवाही शुरू कर दी गई है जल्दी शासन से मिलने वाले लाभ इन्हें दिला दिया जाएंगे।

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